चीन में मच रहे कोहराम के पीछे ओमिक्रॉन BF.7 है, जिसने दुनियाभर के देशों को चौंका दिया है।कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर फिर से मास्क पहनने को अनिवार्य किया जा सकता है। खासतौर पर उन लोगों के लिए जिनमें कोरोना के लक्षण हैं ऐसे में भारत के अंदर भी संक्रमण के बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। दुनियाभर में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। बताया जाता है कि अगले कुछ दिनों में सरकार फिर से कुछ नियमों को लागू कर सकती है कोविड-19 संक्रमण की वजह बनने वाला कोरोना वायरस 2020 से अभी तक कई बार म्यूटेट हो चुका है। हर नए वेरिएंट ने पुराने वेरिएंट को पीछे छोड़ा और कम से कम साल भी लोगों को अपना शिकार बनायाI
इससे पहले अमेरिका के भी एक हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि अगले साल चीन में कोरोना से 10 लाख लोग मारे जा सकते हैं,इसे समझने के लिए हमने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अफसर से बात की। उन्होंने कहा, 'कोरोना की हर परिस्थिति से निपटने के लिए अभी हम तैयार हैं। भारत में अभी ज्यादा खतरा नहीं है, लेकिन फिर भी ऐहतियातन हमें हर तरह की सावधानी बरतनी चाहिए। इसी को देखते हुए हम कोविड प्रोटोकॉल को फिर से लागू करने पर विचार कर रहे हैं
लेटेस्ट डाटा के मुताबिक, यह नया लक्षण अब इस वायरस का 10वां सबसे आम लक्षण है। गले में खराश इस वक्त सबसे ज़्यादा रिपोर्ट किया गया लक्षण है, जिसके बाद नाक बहना, नाक बंद होना, छींक, सूखी खांसी, सिर दर्द, बलगम वाली खांसी, कर्कश आवाज़, मांसपेशियों में दर्द और दर्द इस लिस्ट में शामिल हैं।
अब तक 23 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज लगाया जा चुका है। इस बीच भारत में भी कोरोना की नई लहर आने का खतरा बढ़ गया है. मंगलवार को केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से कहा है कि सभी पॉजिटिव मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग करें करें ताकि वैरिएंट को ट्रैक किया जा सके. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी आज रिव्यू मीटिंग करने वाले हैं,अब इसकी संख्या तेजी से बढ़ाने पर सरकार फोकस कर रही है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को बूस्टर डोज लग सकेे।